Mubarak Ho Tum Sabko | Coolie (1983)
Mubarak Ho Tum Sabko Haj Ka Mahina Artist: Shabbir Kumar
नज़र रोज़ा-ए-मुस्तफ़ा ढूंढती है
दयार-ए-रसूल-ए ख़ुदा ढूँढती है
मुबारक हो तुम सबको हज का महीना
मुबारक हो तुम सबको हज का महीना
ना थी मेरी किस्मत के देखु मदीना
मदीने वाले से
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
फटा मेरे गम से समंदर का भी सीना
फटा मेरे गम से समंदर का भी सीना
ना थी मेरी किस्मत के देखु मदीना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
वह कोई छोटा ना कोई बड़ा है
वह हर बशर एक सब में खड़ा है
वह कोई छोटा ना कोई बड़ा है
वह हर बशर एक सब में खड़ा है
मोहम्मद की चौखट पे जो गिर पड़ा है
मोहम्मद की चौखट पे जो गिर पड़ा है
उसी का है मरना उसी का है जीना
उसी का है मरना उसी का है जीना
ना थी मेरी किस्मत के देखु मदीना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
बहुत दूर हूँ मैं
बहुत दूर हूँ मैं तेरे आस्था से
मेरी हजारी ले ले आता यहाँ से
मुझे बख्श दे वक्त के इम्तिहान से
के मजबूर हूँ मैं गम दो जहाँ से
चुने गुल सभी ने तेरे गुलसिता से
मुझे सिर्फ कांटे मिले क्यों फिजा से
तुझे सब पता है कहु क्या जुबान से
फकत एक इशारा तो कर दे वह से
सितारे है किस्मत कीय ना मेहरबाँ से
जुदा कर ना देख एक बेटे को मन से
अगर हुक्म है मौत का आसमान से
बदल दे मेरी जान मेरी मां की जान से
ओ शाहे ओ आलम
मुबारक हो तुम सबको हज का महीना
मुबारक हो तुम सबको हज का महीना
ना थी मेरी किस्मत के देखु मदीना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना
मदीने वाले से मेरा सलाम कहना.
Mubarak Ho Tum Sabko Haj Ka Mahina Hindi Lyrics