Parbat Ke Us Paar Lyrics | Lata, Mohd. Rafi
Parbat Ke Us Paar, Parbat Ke Is Paar | Sargam
सा रे गा मा पा धा नि
पर्वत के इस पार
पर्वत के उस पार
गूंज उठी छम
छम छम छम
गूंज उठी छम
छम छम मेरी
पायल की झंकार आ..आ
गूंज उठी छम
छम छम मेरी
पायल की झंकार
पर्वत के इस पार
पर्वत के उस पार
गूंज उठी छम छम
छम मेरी पायल की झंकार
आ..आ
मुख पे पड़ी थी कब
से चुप की ईक ज़ंजीर
मुख पे पड़ी थी कब
से चुप की ईक ज़ंजीर
मंदिर में चुप चाप
कड़ी थी मैं बनके तस्वीर
आ चल गा मैं साथ हूँ तेरे
छेड़ दिए हैं सरस्वती
देवी ने तार सितार
पर्वत के इस पार पर्वत के उस पार
गूंज उठी छम छम
छम तेरी पायल की झंकार
गम एक चिट्ठी जिस में
खुशियों का संदेश
गम एक चिट्ठी जिस में
खुशियों का संदेश
गीत तभी मन से उठता
है जब लगाती है ठेस
आ चल ग मैं साथ हूँ तेरे
लय न टूटे ताल न
टूटे छूटे ये संसार
पर्वत के इस पार पर्वत के उस पार
गूंज उठी छम छम
छम तेरी पायल की झंकार
फूल बने हैं घुंघरू
घुँघरू बन गए फूल
हुल बने हैं घुंघरू
घुँघरू बन गए फूल
तूट के पाँव में सब
कलियाँ बिच गईं बनकर धुल
ता थैया ता ता थैया
देखो झूम के नाच उठी है
मेरे अंग अंग मस्त बहार
पर्वत के इस पार पर्वत के उस पार
गूंज उठी छम छम
छम मेरी पायल की झंकार
आ..आ
गूंज उठी छम छम
छम मेरी पायल की झंकार.
Parbat Ke Us Paar singers: Lata Mangeshkar, Mohammed Rafi