Sari Duniya Ka Bojh

Sari Duniya Ka Bojh Lyrics | Coolie (1983)

Sari Duniya Ka Bojh Hum Uthate | Singer: Shabbir Kumar

सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं
उठाते हैं
बोझ उठाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं
लोग आते हैं लोग जाते हैं
हम यही पे खड़े रह जाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं

चार का काम है एक का दम है
चार का काम है एक का दम है
खून मत पीजिए और कुछ दीजिये
एक रुपैया है काम
बड़ी मेहनत से रोटी कमाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं

थोड़ा पानी पिया यद् रब को किया
भूख भी मिट गयी प्यास भी भुज गयी
थोड़ा पानी पिया यद् रब को किया
भूख भी मिट गयी प्यास भी भुज गयी
काम हर हाल में नाम को साल में
ईद की एक छुट्टी मनाते है
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं

जीना मुश्किल तोह है अपना भी दिल तोह है
दिल में अरमान है हम भी इंसान है
जीना मुश्किल तोह है अपना भी दिल तोह है
दिल में अरमान है हम भी इंसान है
जब सताते हैं ग़म ऐश करते हैं हम
जब सताते हैं ग़म ऐश करते हैं हम
बीड़ी पीते है और पान खाते है
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं
लोग आते हैं लोग जाते हैं
हम यही पेह खड़े रह जाते हैं
सारी दुनिया का बोझ हम उठाते हैं.

Sari Duniya Ka Bojh Hum Uthate | Coolie (1983)