Aisa vardaan de Lyrics | Saraswati Vandana
Maa Saraswati Vandana | Aisa vardaan de
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तू मात शारदा है, तू ही माँ सरस्वती है
तेरे करम से दाती, संगीत में गती है
तू हंस वाहिनी है, आसन कमल है तेरा
तू वीणा धरनी मैया, बैकुंठ है बसेरा
जिस पे दया हो तेरी, वो कभी ना मात खाये,
तेरी करम से मैया, गूंगा भी स्वर में गाए |
भजन:
ऐसा वरदान दे मुझको माँ शारदे
मैं सदा तेरी महिमा माँ गाता रहूँ
स्वर का सागर है तू एक भिखारी हूँ माँ
तेरे चरनो में दामन फेलाता रहूं.
तू जो खोले दया का है द्वार माँ
मूड मतियों को भी करती पर माँ
सुन ले माँ दास्ताँ हो जा तू मेहरबान
ज्ञान स्वर ताल का मुझको हासिल हो माँ
शब्द वाणी मैं तेरी सुनता रहूँ।
छेड़ती जब तू वीणा के तार माँ
पतझड़ में भी छाये बहार माँ
तू जिधर देख ले आँख भर एक नज़र
उसका कल्याण हो ज्ञान ही ज्ञान हो
ऐसी शक्ति मां तुझसे मैं पाता हूं।
करो विनती मेरी भी स्वीकारो माँ
दो मुक्कदर मेरा भी स्वर मां
मेहर कर बेटे पर मैं खड़ा तेरे दर
सुन ले माँ दास्ताँ हो जा तू मेहरबान
शीश चरनो में तेरे झुकाता रहूँ
Aisa vardaan de Saraswati Vandana Lyrics