He Veena Dharni Maiya | Saraswati
He Veena Dharni Maiya Lyrics | सरस्वती वंदना
तर्ज़ : अगर मुझसे मोहब्बत | Agar mujh se mohabbat
हे वीणा धारणी मैया,
मेरी नस नस में स्वर भर दो,
जगा दो सात स्वर मेरे,
माँ इतना तो करम कर दो,
हे विणा धारणी मैया,
मेरी नस नस में स्वर भर दो।
जो छेड़े तार विणा के,
मेरी आवाज बन जाए,
तेरा गुणगान करने का,
मुझे अंदाज आ जाए,
कभी स्वर ताल ना भूलूँ,
माँ इतना तुम रहम कर दो,
हे विणा धारणी मैया,
मेरी नस नस में स्वर भर दो।
तेरी आराधना से माँ,
हो पूरी साधना मेरी,
गुरु का नाम लेकर के,
माँ करता वंदना तेरी,
जिधर हो माँ चरण तेरे,
मेरा ये सर उधर कर दो,
हे विणा धारणी मैया,
मेरी नस नस में स्वर भर दो।
मिले वरदान माँ तेरा,
मुझे संगीत आ जाए,
जगा दो स्वर ज्योति माँ,
मुझे सब गीत आ जाए,
मुझे सुर ताल ना भूले,
वो रहमत की नजर कर दो,
हे विणा धारणी मैया,
मेरी नस नस में स्वर भर दो।
He Veena Dharni Maiya || सरस्वती वंदना